Lok Sabha Election

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Lok Sabha Election: मोदी के साथ क्यों खड़ा हुआ दलित मुसलमान

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2024 के Lok Sabha Election में देश का दलित मुस्लिम समाज एनडीए के साथ खड़ा है। ये कहना है ऑल इंडिया युनाइटेड मुस्लिम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ एजाज अली का। आमतौर पर कहा जाता है कि मुस्लिम समाज बीजेपी को वोट नहीं करता है लेकिन इस बार के Lok Sabha Election में दलित मुसलमानों की बात करने वाली तंज़ीम ऑल इंडिया युनाइटेड मुस्लिम मोर्चा ने NDA के समर्थन का एलान किया है। ऑल इंडिया युनाइटेड मुस्लिम मोर्चा का कहना है कि इसके लिए मोर्चा की टीम अलग-अलग लोकसभा क्षेत्रों का दौरा कर रही है। ऑल इंडिया युनाइटेड मुस्लिम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ एजाज अली का कहना है कि इस बार भी पीएम मोदी फिर से सत्ता हासिल करने में कामयाब होंगे।

 

टकराव की सियासत से हुआ नुकसान

 

डॉ एजाज अली ने कहा की दुनिया का ये उसूल रहा है कि अकलियती समाज सरकार के साथ मिल कर काम करता है। उन्होंने कहा कि टकराव की सियासत से हमेशा नुकसान हुआ है। डॉ एजाज अली का कहना है कि अब तक देश में सेक्युलर सरकारें ही रही है लेकिन कभी भी दलित मुसलमानों के लिए किसी भी सरकार ने कुछ भी नहीं किया है। उनका कहना है कि पीएम नरेंद्र मोदी ने दलित और पसमांदा मुसलमानों के सिलसिले में कई बार अपनी फिक्रमंदी दिखाई है। इसलिए हम लोगों Lok Sabha Election में एनडीए का साथ दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि वो फिर से सत्ता में आते है तो दलित मुसलमानों के मसला हल होगा।

 

क्या है दलित मुसलमानों का मसला

 

ऑल इंडिया युनाइटेड मुस्लिम मोर्चा के मुताबिक पिछले तीन दशक से हमारी तहरीक चल रही है कि देश के दलित मुसलमानों को भी शिड्यूल कास्ट की फैहरिस्त का हिस्सा बनाया जाए। ऑल इंडिया युनाइटेड मुस्लिम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ एजाज अली का कहना है कि इस मांग को लेकर पिछले तीन दशक में हम लोगों ने कई प्रधानमंत्री और दर्जनों मंत्रियों से मुलाकात कर चुके हैं लेकिन किसी ने इस पर तवज्जोह नहीं दी। इस बार के Lok Sabha Election में दलित मुसलमान एनडीए को इसलिए सपोर्ट कर रहा है कि आने वाले दिनों में मौजूदा सरकार दुबारा आती है तो इस मसले को हल करने के सिलसिले में मुनासिब कदम उठाए।

 

टिकट का मामला हमारे एजेंडा का हिस्सा नहीं

 

डॉ एजाज अली का कहना है कि ये बार-बार कहा जाता है कि मुसलमानों को उनकी आबादी के एतबार से Lok Sabha Election में टिकट नहीं मिला है लेकिन हमारा कहना है कि टिकट मिलना या नहीं मिलना मसले का हल नहीं है। उन्होंने ने कहा कि टिकट का मामला हमारे एजेंडे का हिस्सा नहीं है। हम लोग ये मानते हैं कि जो भी जीत कर जाता है वो अपनी पार्टी का गुलाम बन जाता है और समाज की तरक्की के सिलसिले कुछ करने की जहमत नहीं करता है। इसलिए हम लोग इस बार एनडीए का समर्थन कर रहे है ताकि हमारा मसला हल हो। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही इस बार हम लोग अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार की तरह नरेंद्र मोदी की सरकार का मॉडल चाहते हैं।

 

दलित मुसलमानों की है बड़ी संख्या

 

डॉ एजाज अली का कहना है कि दलित मुसलमानों को ही पसमांदा मुसलमान कहा जाता है, उनके मुताबिक देश के मुसलमानों में करीब 60 से 70 फीसदी आबादी दलित मुसलमानों की है। डॉ एजाज अली के मुताबिक दलित मुसलमानों का वो तबका तालीमी, समाजी और आर्थिक एतबार से हाशिए पर खड़ा है। हद तो ये है कि उसके साथ बरसों से भेदभाव होता आया है। ऑल इंडिया युनाइटेड मुस्लिम मोर्चा का कहना है कि अब इस सिलसिले में ठोस पहल करने की जरूरत है ताकि देश की उस आबादी का मसला भी पूरी तरह से हल हो सके जो बरसो बरस से आखिरी पायदान पर खड़ा है।

 

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